1246 ई. में बलबन ने मसूदशाह के स्थान पर नासिरुद्दीन महमूद को सुल्तान बनाया।
नासिरुद्दीन ने राज्य की समस्त शक्ति बलबन को सौंप दी।
नासिरुद्दीन ने बलबन को उलुग खाँ की उपाधि प्रदान की।
बलबन ने अपनी पुत्री की शादी सुल्तान नासिरुद्दीन से की।
नासिरुद्दीन महमूद ऐसा सुल्तान था जो टोपी बनाकर अपना जीवन-निर्वाह करता था।
1259 ई. में मंगोल नेता हलाकू के साथ समझौता कर बलबन ने पंजाब में शान्ति स्थापित की।
मिनहाजुद्दीन सिराज ने अपनी तबकात- ए-नासिरी नासिरुद्दीन को समर्पित की।
1265 ई. में नासिरुद्दीन महमूद की मृत्यु के बाद बलबन उसका उत्तराधिकारी बना।
अधिक जानकारी के लिए पूरा पढ़ें ..