विगलन तथा प्रसुप्ति को नियमित करता है।
एक सामान्य पादप वृद्धि संदमक तथा पादप उपापचयन संदमक है।
बीज अंकुरण को रोकता है।
रंध्र के खुलने को उद्दीपित करता है।
बीज परिवर्धन, परिपक्वन तथा प्रसुप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रसुप्ति के प्रारंभन द्वारा ABA बीजों को शुष्कन तथा
वृद्धि के लिए अन्य प्रतिकूल परिस्थिति में बने रहने के लिए सहायक होता है।
अधिकांश परिस्थितियों में ABA, GAs के प्रति विरोधी की तरह कार्य करता है।