आवृतबीजी या पुष्पी पादपों में परागकण तथा बीजांड विशिष्टीकृत संरचना में परिवर्धित होते हैं जो पुष्प कहलाता है।
बीज फलों में आवरित होते हैं।
आवृतबीजी विस्तृत आवासों में पाए जाने वाले पादपों का अपवादित रूप से एक बड़ा समूह है।
सबसे छोटा आवृतबीजी वुल्फिया है।
ये दो वर्गों में विभाजित होते हैं।
द्विबीजपत्री में दो बीजपत्र वाला बीज, पर्ण में जालिका शिराविन्यास तथा चतुष्क या पंचतयी पुष्प होता है
एकबीजपत्री में एकल बीजपत्र वाला बीज, पर्णों का समांतर शिराविन्यास तथा त्रितयी पुष्प होते हैं।
बीजांड, बीजों में विकसित होता है तथा अंडाशय, फलों में विकसित होता है।