छोटानागपुर पठार झारखण्ड में स्थित है।
यह पठार भूमध्यसागर के उत्तरी किनारे पर स्थित है
खनिजों की अधिक प्राप्ति के कारण इसे खनिज हृदय कहा जाता है।
झारखण्ड के सांकची नामक गांव में जमशेदपुरी टाटा के द्वारा भारत का पहला लौह इस्पात संयंत्र लगाया गया था।
सांकची का नाम बदलकर जमशेदपुर रखा गया है।
'दामोदर नदी' छोटानागपुर / झारखण्ड की सबसे लम्बी नदी है।
स्वर्ण रेखा नदी छोटानागपुर की दूसरी सबसे लम्बी नदी है।
इस नदी पर झारखण्ड में 'हुंडरू' जल प्रपात निर्मित है।