आइये मै आपको यकृत के बारे में जानकारी देता हूँ
यकृत एजियोटेसिनोजेन नामक प्रोटीन उडान करता है।
एजियोटेसिनोजेन को रेनिन हार्मोन की क्रिया द्वारा एजियोटेसिन-। में परिवर्तित किया जाता है।
पफेफड़ों में, एजियोटेसिन-। को एजिपोटेनिन-।। में बदला जाता है।
एजियोटेसिन-।। तब अधिवृक्कीय वल्कुट को एल्डोस्टेरोन मोचित करने के लिए प्रेरित करता है।
अब एल्डोस्टेरोन , दूरस्थ संवलित नलिकाओं द्वारा निस्यंद से सोडियम आयनों का पुनः अवशोषण बढ़ा देता है।
इस परिवर्तन के लिए आवश्यक रेनिन को वृक्क में वृक्काणु के गुच्छासन्न उपकरण द्वारा सावित किया जाता है।
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