सागरों के सतह पर समान लवणता वाले क्षेत्रों को मिलाने वाली रेखा को समलवण रेखा कहते हैं।
लवणता के संघटकों में क्लोरीन सबसे अधिक मिलने वाला तत्व है।
कर्क तथा मकर रेखाओं के क्षेत्र (लगभग 35° अक्षांश के पास) में लवणता सबसे अधिक होती है जबकि ध्रुवों पर सबसे कम ।
सागरीय लवणता अधिक होने पर जल का क्वथनांक अधिक तथा हिमांक कम होता है।
सागरीय लवणता के कारण जल का घनत्व भी बढ़ता है।
लवणता अधिक होने से वाष्पीकरण न्यून होता है।
पृथ्वी सागरीय लवणता का मुख्य स्रोत है।
नदियाँ सागर तक लवण पहुँचाने वाली प्रमुख कारक हैं।