पीयूष ग्रंथि, करोटि की स्फीनॉइड अस्थि की सेला टर्सिका नामक अस्थिल गुहा में स्थित होती है।
यह कीपक कहलाने वाले एक वृन्त द्वारा हाइपोथैलेमस (आंतरिक पृष्ठ) से जुड़ी होती है।
पीयूष ग्रथि उत्त्पत्ति में एक्टोडरमल होती है।
आंतरिकी के अनुसार पीयूष ग्रथि एडिनोहाइपोफाइसिस तथा न्यूरोहाइपोफाइसिस में विभाजित होती है।
एडिनोहाइपोफाइसिस पीयूष ग्रंथि का 75% होता है।
यह भाग अत्यधिक कोशिकीय व संवहनीय होता है।
हालाकि मनुष्यों में पार्स इंटरमीडिया, पार्स डिस्टेलिस से लगभग मिला हुआ होता है।
पीयूष के पार्स डिस्टेलिस भाग को सामान्यतः अग्र पीयूष भी कहते हैं।