वह गुण जिसके कारण द्रव अपने मुक्त पृष्ठ का मान न्यूनतम बनाने की चेष्टा करता है, पृष्ठ तनाव कहलाता है।
इसकी माप द्रव तल की कल्पित रेखा की प्रति इकाई लम्बाई पर लगता बल है।
इसे प्रति वर्ग पृष्ठ ऊर्जा भी कहते हैं।
उदाहरण- पानी की बूँद का गोल होना।
साबुन के घोल के बुलबुले बड़े इसलिए बनते हैं कि जल में साबुन घोलने पर उसका पृष्ठ तनाव कम हो जाता है।
साबुन, डिटर्जेण्ट आदि जल का पृष्ठ तनाव कम कर देते हैं,
अतः वे मैल में गहराई तक चले जाते हैं जिससे कपड़ा ज्यादा साफ होता है।
पानी पर मच्छरों के लार्वा तैरते रहते हैं। परन्तु पानी में मिट्टी का तेल छिड़क देने पर उसका पृष्ठ तनाव कम हो जाता है, जिससे लार्वा पानी में डूबकर मर जाते हैं।