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Sunit Singh

श्वेत पेशी तंतु

मायोग्लोबिन की अनुपस्थिति के कारण ये पेशी तंतु हल्के रंग के होते हैं

मॉइटोकाड्रिया की संख्या कम होती है

इनमें रक्त केशिकाएं कम होती हैं

श्वेत पेशियों में पेशीद्रव्य जालिका अधिक होती है

ये ऊर्जा उत्पादन के लिए अनॉक्सी ऑक्सीकरण  (ग्लाइकोसिस) करते हैं

परिश्रमपूर्ण कार्य के समय अधिक लैक्टिक अम्ल संचित करते हैं तथा शीघ्र थक जाते हैं।

अल्प अवधियों के लिए इन पेशी तंतुओं की संकुचन की दर अधिक होती है

उदाहरण: नेत्र गोलक की पेशियाँ, गौरेया की उड़न पेशियाँ

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