अशोक के अधिकांश अभिलेख ‘ब्राह्मी लिपि’ में लिखे गये हैं।
दो वृहद् शिलालेख मानसेहरा और शाहबाजगढ़ी ‘खरोष्ठी लिपि’ में लिखे गए हैं।
‘कंधार अभिलेख’ दो भाषाओं ग्रीक एवं आर्मेइक भाषा में लिखे गये हैं।
अशोक के अभिलेखों में कंधार को छोड़कर शेष सभी प्राकृत भाषा में लिखे गये हैं।
वृहद् शिलालेखों की संख्या 14 है।
स्तम्भ लेखों की कुल संख्या 13 है, जो दस स्तम्भों पर अंकित है।
चार लघु स्तम्भ लेखों में से एक को ‘रानी का लेख’ कहा जाता है, जो इलाहाबाद में है।
विभाजित लेख इलाहाबाद, साँची & सारनाथ स्तम्भों पर पाए गए हैं।
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