फूली रोटी : पाठ -12

फूली रोटी

जमाल की माँ रसोई में खाना बना रही थीं। जमाल माँ को देख रहा था। जमाल का मित्र जय बर्तनों के साथ खेल रहा था। …

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भुट्टे : पाठ -11

भुट्टे

नीना के नाना बाज़ार गए।नाना खूब सारे भुट्टे लाए। नाना ने नीना के लिए भुट्टे भूने। नीना ने जी भरकर भुट्टे खाए। नीना की नानी …

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झूलम-झूली : पाठ -10

झूलम-झूली

माटी-माटी खेलें,आओ, पानी-पानी खेलें;धरती में बीजों को बोएँ,खेल किसानी खेलें। छप्पम – छुप्पी खेलें,आओ, झूलम- झूली खेले;चढ़ें पेड़ पर पकड़म-पकड़ी,कूदम – कूदी खेलें। यह भी …

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आलू की सड़क: पाठ -9

आलू की सड़क

एक भालू था। उसे नानी के घर दूर जाना था। रास्ते में खाने के लिए भालू ने बोरा-भर आलू पीठ पर रख लिए। पर बोरे …

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खतरे में साँप : पाठ -8

खतरे में साँप

सारे जानवर इकट्ठे हुए थे। बात चल रही थी कि खतरे में अपनी जान कैसे बचाएँ? देर तक बहस चली। अंत में सबको बंदर की …

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वाह, मेरे घोड़े! : पाठ -7

वाह, मेरे घोड़े!

एक कदम, दो कदम, तीन कदम ताल,वाह, मेरे घोड़े क्या तेरी चाल ! एक कदम, दो कदम, तीन कदम ताल,भाग मेरे घोड़े, चल नैनीताल ! …

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तीन साथी: पाठ -6

तीन साथी

एक था हाथी। एक थी बकरी। दोनों साथ-साथ जंगल में जाते। हाथी डाली झुकाता और बकरी पत्ते खाती। एक दिन दोनों जंगल में गए। वहाँ …

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मिठाई : पाठ -5

मिठाई

एक दिन गधे का मन मिठाई खाने का हुआ। गधे ने अपने मित्रों से कुछ मीठा खाने को माँगा। भालू ने कहा, “शहद खा लो।” …

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रानी भी : पाठ 4

रानी भी

रमा और गनी दो बहन हैं।रानी हमेशा रमा के साथ रहती है। रमा ने अपने बालों में कंघी की।रानी ने भी अपने बालों में कंघी …

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रीना का दिन : पाठ- 3

रीना का दिन

हर दिन रीना सुबह जल्दी उठती है। उठकर बिस्तर को ठीक से लगाती है। नीम की दातुन से अपने दाँत साफ़ करती है। साबुन से …

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