जल विद्युत (Hydro-electricity)

जल विद्युत एक नवीकरणीय, पर्यावरण मैत्रीपूर्ण (Eco-friendly) तथा ऊर्जा का सस्ता साधन है। भारत में जल विद्युत का विशाल विभव (Potential) है। केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) द्वारा किये गये अध्ययन के अनुसार देश में जल विद्युत स्थापित क्षमता 31 जनवरी, 2021 तक 45798 मेगावाट है।

ब्रह्मपुत्र बेसिन में देश का सर्वाधिक जल शक्ति विभव (30.3%) मौजूद है।* इसके पश्चात प्रायद्वीपीय भारत के पूर्व की ओर बहने वाली नदियाँ (21%), सिन्ध बेसिन (16%), गंगा बेसिन (11.7%), प्रायद्वीपीय भारत के पश्चिम की ओर बहने वाली नदियाँ (10.6%) तथा मध्य भारत की नदियों के विभव (10.4%) आते हैं।

हिमालय क्षेत्र में देश का लगभग आधा जल शक्ति विभव मौजूद है। यहाँ अधिक वर्षा, गहरा, हिमाच्छादन, तीव्रगामी सदावाहिनी नदियाँ तथा बाँध बनाने के लिये उपयुक्त स्थानों की सुविधाएँ प्राप्त हैं। किन्तु विषम धरातल तथा उपभोग के केन्द्रों से दूरी के कारण जल शक्ति का विकास सीमित ही हुआ है। पश्चिमी घाट एवं प्रायद्वीप का मध्यवर्ती उच्चभूमियों में मध्यम विभव मिलता है, जबकि राजस्थान, गुजरात तथा उत्तरी मैदानों में जल शक्ति का निम्न विभव पाया जाता है।

भारत में प्रथम जल विद्युत संयंत्र 1897 में दार्जिलिंग में 130 किलोवाट क्षमता की स्थापित की गई (समी. अधि.-2013)| इसके बाद 1902 में कावेरी नदी पर शिवसमुद्रम (कर्नाटक) में जल विद्युत केन्द्र स्थापित हुआ। स्वतंत्रता के बाद देश में अनेक बहुद्देश्यीय एवं नदी घाटी परियोजनाएँ स्थापित की गयी। 1975 में जल विद्युत के विकास के लिए ‘राष्ट्रीय जल विद्युत निगम’ (N.H.P.C.) की स्थापना की गई। आर्थिक समीक्षा 2010-11 के अनुसार देश में 13,785 मेगावाट क्षमता वाली 46 पन बिजली परियोजनाएँ निर्माणाधीन थीं, जिसमें निजीक्षेत्र की 4,383 मेगावाट क्षमता वाली 14 परियोजनाएँ शामिल थीं।

शीर्ष पाँच जल शक्ति स्थापन क्षमता वाले राज्य
राज्य
अंश % में (31 जन., 2017 तक)
• कर्नाटक
8.14
• महाराष्ट्र
7.53
• मध्य प्रदेश
7.29
• पंजाब
7.13
• उत्तराखण्ड
5.54
शीर्ष पाँच जल विद्युत उत्पादक राज्य
रैंक
शीर्ष राज्य
• प्रथम
पंजाब
• द्वितीय
कर्नाटक
• तृतीय
उत्तर प्रदेश
• चतुर्थ
महाराष्ट्र
• पंचम
मध्य प्रदेश
विश्व के शीर्ष 5 जल विद्युत खपत वाले देश (2019)
देश
(%)
• चीन
30.1
• ब्राजील
9.5
• कनाडा
9
• USA
6.4
• रूसी संघ
4.6
विश्व में शीर्ष 6, जल विद्युत संस्थापित क्षमता (Installed Capisity) वाले देश (2020)
क्रम
देश
• प्रथम
चीन
• द्वितीय
ब्राजील
• तृतीय
यू.एस.ए.
• चतुर्थ
कनाडा
• पंचम
भारत
• छठाँ
जापान/रूस
शीर्ष 5 जल विद्युत उत्पादन करने वाले देश
राष्ट्र
उत्पादन (% में) (2018)
• चीन
28.5
• ब्राजील
9.0
• कनाडा
8.9
• USA
7.3
• रूसी संघ
4.5
भारत
3.5

• राष्ट्रीय जलविद्युत निगम (NHPC) के गठन के बाद से विगत 36 वर्षों (2011 तक) में सार्वजनिक क्षेत्र की इस कम्पनी ने 11 परियोजनाएं पूरी की थी, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता 4145 मेगावाट थी। अगले 20 वर्षों (2031 तक) में 25000 मेगावाट अतिरिक्त क्षमता सृजन की इस कम्पनी की योजना है। इसमें 5652 मेगावाट की 13 परियोजनाएं शामिल हैं। इनमें सिक्किम की 510 मेगावाट की तीस्ता- परियोजना, हिमाचल प्रदेश की 800 व 520 मेगावाट की पार्वती-II व III परियोजनाएं, अरुणाचल प्रदेश की 2000 मेगावाट की सुबनसिरी परियोजना, जम्मू-कश्मीर में 240 मेगावाट की उरी-III परियोजना व मध्य प्रदेश में 520 मेगावाट की ओंकारेश्वर परियोजना शामिल हैं। निगम की 5531 मेगावाट की परियोजना हैं। इनमें 3000 मेगावाट की दिबांग परियोजना (अरुणाचल प्रदेश) व 1000 मेगावाट की पकल टुल परियोजना (जम्मू कश्मीर) शामिल हैं। 7750 मेगावाट की कुछ अन्य परियोजनाओं के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट निगम ने तैयार कर ली है। इन परियोजनाओं को अगले 5-10 वर्षों में पूरा किया जाएगा। 7000 मेगावाट की कुछ परियोजनाओं की सम्भाव्यता रिपोर्ट कम्पनी ने तैयार की है।

• देश की प्रमुख जलविद्युत परियोजनाएँ अधोलिखित हैं, यथा-

1. केरल – इदुक्की, शबरीगिरि, शोलायार, सेन्गुलम, नारियामंगलम, कुटियाडी, पल्लीवासल, पेरिंगलकुथु, पनियार।

2. तमिलनाडु – कुण्डा, मैटूर, पेरियार, कोडियार, शोलियार, पायकारा, अलियार, मोयार, सुरुलियार, सरकारपति, पापानासम।

3. गुजरात- ऊकाई, नर्मदा घाटी*।

4. मध्य प्रदेश – गाँधी सागर* तवा, इन्दिरा सागर, ओंकारेश्वर

5. महाराष्ट्र- कोयना, टाटा, मीरा, खोपली, भिवपुरी, वैतरणी।

6. जम्मू एवं कश्मीर- निचली झेलम, सलाल प्रथम एवं द्वितीय, किश्तवार, बगलिहार सेवा, उरी (झेलम), दुलहस्ती (चन्द्र, चिनाब की सहायक), निम्मों बाजगो (सुरुनदी, किशनगंगा) पकलटुल आदि।

7. हिमाचल प्रदेश- बैरा सिउल, नाथपाझाकरी गिरि, बाटा, बसी,चमेरा, अधोभौमिक संजय जल विद्युत परियोजना पार्वती।

8. आन्ध्र प्रदेश- नागार्जुन सागर, निचली सिलेरू, श्रीशैलम, ऊपरी सिलेरू, मचकुण्ड, तुंगभद्रा, निजाम सागर।

9. कर्नाटक- शरावती, काली नदी, जोग (महात्मा गाँधी), लिंगानमक्की, शिवसमुद्रम, भद्रा, मुनिराबाद, शिम्सापुरा।

10. पंजाब-हरियाणा- देहर, भाखड़ा, पोंग, गंगावाल, कोटला, सनम।

11. राजस्थान- राणा प्रताप सागर, जवाहर सागर ।

12. उत्तर प्रदेश- रिहन्द, चिल्ला, गंगा ग्रिड, माताटीला, यमुना

13. बिहार-झारखण्ड- गण्डक, कोसी, सुवर्ण रेखा, मैथान, तिलैया, कोयल-कारो

14. पश्चिम बंगाल- पंचेत हिल, जल ढाका।

15. ओडिशा- हीराकुंड*, बालिमेला।

16. असोम- उमियाम, कोपिली,

17. मेघालय- किरदेम-कुलई।

18. सिक्किम – निचली लाग्याप, रंजीत और तीस्ता।

19. मणिपुर- लोकटक*

20. अरुणाचल – कामेंग, रंगा, दिबांग, सिप्पी, सुबनसिरी, तवांग व तातो (जन., 2014 को मंजूर)।

21. नगालैण्ड- दोयांग

22. उत्तराखण्ड – टनकपुर, रामगंगा/कालागढ़ (BPSC : 01), पथरी, धौलीगंगा, टेहरी, खटीमा किशऊ*।

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Q1. झज्जर पन बिजली परियोजना किस राज्य में स्थित है?
Ans.
हरियाणा (अप्रैल 2012 में पूर्ण)

Q2.12 वीं पंचवर्षीय योजना में कितनी विद्युत सृजन क्षमता का लक्ष्य रखा गया है?
Ans.
1 लाख मेगावॉट

Q3. अनुमान के अनुसार खनिज तेल एवं कोयला के भण्डार कब तक समाप्त हो जायेगें?
Ans.
क्रमशः 40-50 एवं 150 वर्षों में

Q4. ‘उद्योगों की जननी’ किस ऊर्जा के स्त्रोत को कहा जाता है?
Ans.
कोयला

Q5. ‘श्वेत कोयला’ की उपमा किसे प्रदान की गई है?
Ans.
जल विद्युत को

Q6. जल विद्युत शक्ति स्थापन क्षमता की दृष्टि से देश का प्रथम राज्य है।
Ans.
कर्नाटक (8.14%)

Q7. जल विद्युत उत्पादन में देश का प्रथम राज्य कौन सा है?
Ans.
पंजाब (दिसंबर, 2019)

Q8. ‘हरित ऊर्जा’ की उपमा किस प्रकार के ऊर्जा स्रोत को दी गई है?
Ans.
जल विद्युत

Q9. भारत में कितने मेगावाट क्षमता वाले जल विद्युत संयत्र को लघु जल विद्युत संयत्र कहते हैं?
Ans.
25 मेगावाट

Q10. उत्पादन क्षमता (198 मेगावाट) के हिसाब से उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा बिजलीघर कौन है?
Ans.
ललितपुर बिजली घर

Q11. पूर्वोत्तर विद्युत ऊर्जा निगम लिमिटेड (नीपकों) की स्थापना कब की गई थी?
Ans.
 1975

Q12. देश की भूमिगत सबसे बड़ी पनबिजली परियोजना कौन-सी है?
Ans.
नाथपाझाकड़ी (हिमाचल प्रदेश)

Q13. देश का पहला शत प्रतिशत ग्रामीण विद्युतीकृत राज्य कौन है?
Ans.
हरियाणा

Q14. देश की सबसे बड़ी प्रस्तावित जल विद्युत परियोजना कौन-सी है?
Ans.
लोअर सुबनसिरी (अरुणाचल प्रदेश)

Q15. भारत की सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना कौन-सी है?
Ans.
ऊपरी सियांग परियोजना; क्षमता-9500 मेगावाट; अरूणाचल प्रदेश।

Q16. विश्व की सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना कौन-सी है?
Ans.
श्री जार्ज (चीन) यांगजी नदी पर क्षमता-18200 मेगावाट ।

मेरा नाम सुनीत कुमार सिंह है। मैं कुशीनगर, उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ। मैं एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हूं।

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