इंटरनेट (Internet)

1. इंटरनेट क्या है ? (What is Internet)

यह इंटरनेशनल नेटवर्किंग (International Network-ing) का संक्षिप्ताक्षर है। इंटरनेट दुनिया भर में फैले हुए छोटे बड़े कम्प्यूटरों का एक विशाल नेटवर्क है, जो टेलीफोन लाइनों के माध्यम से एक-दूसरे से संपर्क स्थापित करते हैं। यह नेटवर्कों का नेटवर्क है। यह संसार का सबसे बड़ा नेटवर्क है। दुनिया के लगभग सभी नेटवर्क इंटरनेट से जुड़े हैं।

इंटरनेट कोई संगठन, संस्था या कंपनी नहीं है। यह अनेक नेटवर्क को आपस में जोड़ने का विचार है। किसी कम्प्यूटर को इंटरनेट से जोड़ने के लिए हमें इंटरनेट सेवा प्रदाता (Internet Service Provider) की सेवा लेनी पड़ती है। टेलीफोन लाइन के माध्यम से कम्प्यूटर को इंटरनेट सेवा प्रदाता (ISP) के सर्वर से जोड़ा जाता है। दुनिया के अनेक सर्वर आपस में सैटेलाइट या अन्य संचार माध्यमों से जुड़े रहते हैं। इसके लिए हमें इंटरनेट सेवा प्रदाता को कुछ शुल्क भी देना पड़ता है।

2. भारत में इंटरनेट (Internet in India)

भारत में जन सामान्य के लिए इंटरनेट सेवा का आरंभ 15 अगस्त 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड (VSNL) द्वारा किया गया। संचार नेट (Sanchar Net) नामक सार्वजनिक नेटवर्क के अंतर्गत 42 नोड की स्थापना की गई। भारत में इंटरनेट सेवा प्रदान करने वाली अन्य कम्पनियां हैं- भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL), महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL), मंत्रा ऑन लाइन (Mantra On Line), सत्यम आनलाइन (Satyam online) आदि।

वर्तमान में भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) द्वारा इंटरनेट की सेवाएं दो माध्यमों से उपलब्ध करायी जा रही हैं-

(i) पीएसटीएन (PSTN): टेलीफोन लाइन के माध्यम से इंटरनेट सेवा।

(ii) आईएसडीएन (ISDN): इंटरनेट के लिए विशेषीकृत लाइनों से सेवा।

3. इंटरनेट के लिए आवश्यक उपकरण (Equipment required for Internet)

(i) पीसी (PC-Personal Computer)
(ii) मॉडेम (Modem)
(iii) संचार माध्यम-टेलीफोन या विशेषीकृत लाइन
(iv) इंटरनेट साफ्टवेयर (वेब ब्राउसर)
(v) इंटरनेट सर्विस प्रदाता (ISP-Internet Service Provider)

इंटरनेट सर्विस प्रदाता को निर्धारित शुल्क देकर यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त किया जा सकता है। यूजर नेम इंटरनेट से जुड़ने के लिए तथा पासवर्ड सुरक्षा और गोपनीयता के लिए आवश्यक है।

4. वेब ब्राउसर (Web Browser)

वह साफ्टवेयर जो कम्प्यूटर को इंटरनेट से जोड़ता है, वेब ब्राउसर कहलाता है। कुछ मुख्य वेब ब्राउसर हैं- माइक्रोसाफ्ट इंटरनेट एक्सप्लोरर (Microsoft Internet Explorer), नेट स्केप नेविगेटर (Netscape Navigator) आदि।

5. मॉडेम (Modem)

यह Modulator-Demodulator का संक्षिप्त रूप है। कम्प्यूटर डिजिटल संकेत उत्पन्न करता है जबकि संचार माध्यम पर केवल एनालॉग संकेत भेजा जा सकता है। मॉडेम वह युक्ति है जो कम्प्यूटर के डिजिटल संकेतों (Digital Signals) को एनालॉग संकेत में बदलकर संचार माध्यम पर भेजता है तथा आने वाले एनालॉग संकेतों को डिजिटल संकेत में बदलकर उसे कम्प्यूटर के प्रयोग के योग्य बनाता है।

मॉडेम को सिस्टम यूनिट के कम्यूनिकेशन पोर्ट (Com Port) से जोड़ा जाता है।

5.1. मॉडेम के प्रकार (Kinds of Modem)

बाह्य संरचना के आधार पर मॉडेम के दो प्रकार होते हैं-

(i) आंतरिक मॉडेम (Internal Modem) : इसे सिस्टम यूनिट के अंदर स्थापित किया जाता है।

(ii) वाह्य मॉडेम (External Modem) : इसे सिस्टम यूनिट के बाहर रखा जाता है।

6. इंटरनेट के उपयोग (Uses of Internet)

(i) इलेक्ट्रॉनिक मेल (Electronic Mail) : इसे ई-मेल (e-mail) या इंटरनेट मेल भी कहा जाता है। इसके द्वारा कोई व्यक्ति इंटरनेट पर दूसरे व्यक्ति को संदेश भेज सकता है। इसके लिए संदेश प्राप्त करने वाले का कम्प्यूटर पर उपस्थित होना आवश्यक नहीं है।

प्रत्येक उपयोगकर्ता का एक ई-मेल एड्रेस (e-mail ad-dress) होता है जो ई-मेल खाता (e-mail account) खोल कर प्राप्त किया जाता है। ई-मेल सेवा भेजे गए संदेश को प्राप्तकर्ता के मेल बाक्स (Mail Box) में डाल देता है। प्राप्तकर्ता अपनी सुविधानुसार इंटरनेट पर अपनी मेल बाक्स खोलकर संदेश पढ़ सकता है।

ई-मेल संदेश में शब्द (Text), ग्राफ, ध्वनि या चित्र सभी हो सकते हैं।

(ii) फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (FTP-File Transfer Protocol) : यह इंटरनेट पर किसी एक कम्प्यूटर से फाइल (सूचना या डाटा) को इंटरनेट से जुड़े किसी दूसरे कम्प्यूटर पर स्थानान्तरित करने की सुविधा है।

(iii) टेलीनेट (Telenet) : इस सुविधा से किसी स्थानीय कम्प्यूटर द्वारा इंटरनेट से जुड़े दूरस्थ कम्प्यूटर पर कार्य तथा उसके संसाधनों का उपयोग किया जा सकता है। इसे ‘रिमोट लॉग-इन’ (Remote login) कहा जाता है।

(iv) यूजनेट (Usenet): इस सेवा का प्रयोग लोगों के समूह द्वारा अपनी पंसद के विषय पर अपनी राय या सूचना देने के लिए किया जाता है। इंटरनेट पर इस कार्य के लिए बनाए गए समूह को न्यूज ग्रुप तथा इस कार्य विशेष के लिए रखे गए कम्प्यूटर को न्यूज सर्वर कहा जाता है।

(v) वर्ल्ड वाइड वेब (World Wide Web) : यह एक प्रकार का डाटा बेस है जिसकी सहायता से इंटरनेट पर सूचनाएं प्राप्त की जा सकती हैं। इसमें सूचना को अलग-अलग शीर्षक और उपशीर्षक में रखा जाता है। हाइपर टेक्स्ट (Hyper text) या लिंक (Link) द्वारा एक सूचना को दूसरी सूचना से जोड़ा भी जा सकता है।

(vi) ई-कामर्स (E-commerce) : इंटरनेट के माध्यम से आपस में संपर्क कर वस्तुओं तथा सेवाओं का क्रय-विक्रय ई-कामर्स कहलाता है।

(vii) बातचीत करना (Chatting) : इंटरनेट से जुड़े कम्प्यूटर द्वारा दो व्यक्तियों का आपस में कम्प्यूटर के माध्यम से बातचीत करना चैटिंग कहलाता है।

(viii) विडियो कान्फरेंसिंग (Video Conferencing): इंटरनेट के प्रयोग से सुदूर स्थित दो या अधिक व्यक्ति आपस में ऐसे बातचीत कर सकते हैं मानो वे एक दूसरे के सामने बैठे हों। इसमें कम्प्यूटर के साथ माइक, स्पीकर तथा कैमरे का प्रयोग भी किया जाना आवश्यक है।

(ix) ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) : इंटरनेट का प्रयोग उत्पाद और सेवाओं की सूचना उपभोक्ताओं तक पहुंचाने तथा उनकी मांगों को पूरा करने के लिए भी किया जा रहा है।

(x) मनोरंजन ( Entertainment): इंटरनेट मनोरंजन का भंडार है जिसमें चलचित्र, कहानियां, खेल आदि के जरिये मनोरंजन किया जा सकता है।

7. इंटरनेट से संबंधित कुछ शब्दावलियां (Terms related to Internet)

सर्फिग (Surfing) : इंटरनेट पर आवश्यक सूचना प्राप्त करने के लिए अपने पसंदीदा स्थान या साइट को खोजना।

टीसीपी/आईपी (TCP/IP-Transmission Control Protocol/Internet Protocol) : यह इंटरनेट उपयोग के लिए बनाया गया प्रोटोकाल है जो दो नोड के बीच संचार और सूचना स्थानांतरण को व्यवस्थित बनाता है। एक कम्प्यूटर का दूसरे कम्प्यूटर के साथ संपर्क स्थापित करने के लिए बनाए गए नियमों के समूह को इंटरनेट प्रोटोकॉल (IP) कहा जाता है।

यूआरएल (URL-Uniform Resource Locator): इंटरनेट पर प्रत्येक वेब पेज का एक निश्चित पता (address) होता है जिसे यूआरएल कहते हैं। यह इंटरनेट पर उपस्थित सूचना का पता बताता है तथा उक्त सूचना के लिए अपनाये जाने वाले प्रोटोकॉल तथा डोमेन नेम (Domain Name) को भी दर्शाता है। उदाहरण के लिए, यूआरएल http://www.Manthan.com का अर्थ है कि hypertext transfer protocol का प्रयोग कर www पर Manthan.com वेब साइट पर जाया जा सकता है।

आईपी एड्रेस (IP Address) : नेटवर्क में सर्वर और उससे जुड़े प्रत्येक नोड को एक पहचान कोड दिया जाता है जो आईपी एड्रेस कहलाता है।

गेटवे (Gateway) : इंटरनेट में कई छोटे-छोटे नेटवर्क आपस में जुड़े रहते हैं। गेटवे उस कम्प्यूटर को कहते हैं, जो दो भिन्न-भिन्न नेटवर्कों से जुड़े कम्प्यूटर से जुड़ा रहता है।

एचटीटीपी (HTTP-Hyper Text Transfer Protocol) : यह इंटरनेट पर प्रयुक्त प्रोटोकाल है जो वेब पेज के प्रारूप (Format) तथा प्रसारण (Transmission) का निर्धारित करता है।

नेटवर्क (Network) : यह दो या अधिक कम्प्यूटर का समूह है जो किसी संचार माध्यम से जुड़े रहते हैं तथा डाटा और सुविधाओं का साझा उपयोग करते हैं। एक नेटवर्क के सभी कम्प्यूटर समान प्रोटोकॉल से जुड़े रहते हैं।

स्पाम (Spam) : यह इंटरनेट पर विज्ञापन करने या संदेश भेजने की एक तकनीक है। इंटरनेट पर इ-मेल का प्रयोग कर अवांछित विज्ञापन को दूसरे कम्प्यूटर पर भेजना स्पाम कहलाता है। यह ई-मेल संदेश का अभेदकारी वितरण है जो इ-मेल तंत्र में सदस्यता की ओवर लैपिंग के कारण संभव हो पाता है।

8. मल्टीमीडिया (Multimedia)

किसी भी सूचना को किसी माध्यम (Medium) द्वारा ही प्रस्तुत किया जा सकता है। जैसे- शब्द (Text), रेखाचित्र (Graphics), एनिमेशन (Animation), श्रव्य (Audio) या दृश्य (Video) आदि।

किसी सूचना की प्रस्तुति में एक साथ एक से अधिक माध्यमों का प्रयोग मल्टीमीडिया कहलाता है।

मल्टीमीडिया का प्रयोग कर सूचना को सरल, रोचक, मनोरंजक और सुग्राही बनाया जाता है। आज मल्टीमीडिया का प्रयोग शिक्षा, व्यापार, मनोरंजन, विज्ञान आदि अनेक क्षेत्रों में किया जा रहा है।

8.1. मल्टीमीडिया के लिए आवश्यक उपकरण (Requirements of Multimedia Computer)

→ एक कम्प्यूटर

→ 64 मेगाबाइट (MB) क्षमता की मुख्य मेमोरी (रैम)

→ वीजीए या एसवीजीए कार्ड (Video Graphics Array or Super Video Graphics Array Card)

→ आडियो कार्ड (Audio card)

→ स्पीकर (Speaker)

→ सीडीरॉम ड्राइव (CD-ROM Drive)

→ एमपीईजी कार्ड (Moving Pictures Expert Group Card)

→ मल्टीमीडिया सफ्टवेयर

→ माइक तथा कैमरा (ऐच्छिक)

8.2. एनिमेशन (Animation)

रेखाचित्रों (Graphic images) का एक समूह जिसे एक के बाद एक लगातार दिखाया जाता है ताकि वे गतिमान दिखाई पड़े, एनिमेशन कहलाता है। इसमें प्रत्येक चित्र को एक निश्चित समयांतराल के बाद दूसरे चित्र से प्रतिस्थापित कर दिया जाता है ताकि चित्रों में गति का आभास हो। इसका प्रयोग कार्टून फिल्म और विडियो गेम में अधिक हो रहा है।

9. डोमेन नेम (Domain Name)

किसी वेब साइट के पता के अंत में डोमेन नेम का प्रयोग किया जाता है। यह संस्था या देश को बताता है

कुछ प्रमुख डोमेन नेम

.com – नेटवर्क प्रदाता

.org – स्वैच्छिक संस्थान

.net – कम्पनी

.mil – सैनिक (Military)

.gov – सरकारी संस्था (Goverment)

int -अंतर्राष्ट्रीय (International)

.edu – शैक्षिक संस्था

.in – भारत (India)

.US – युनाइटेड स्टेट (USA)

10. इंटरनेट से जुड़ना (Connecting to Internet)

किसी इंटरनेट सेवा प्रदाता (ISP) को शुल्क अदा कर निम्नलिखित सूचना प्राप्त की जा सकती है-

(i) आई पी एड्रेस (IP Address)

(ii) डोमेन नेम (Domain name)

(iii) यूजर नेम (User name) तथा पासवर्ड

(iv) सर्वर का वेब साइट तथा टेलीफोन नम्बर

विण्डोज में कन्ट्रोल पैनेल में जाकर मोडेम की स्थापना की जा सकती है।

Start > Settings > Control Panel > Modems इसके बाद Dial-up Networking में Make New Connection द्वारा इंटरनेट से जुड़ा जा सकता है।

My Computer > Dial-up Networking > Make New Connection > My Connection.

11. वायरस (Virus)

यह एक द्वेषपूर्ण प्रोग्राम है जो किसी उपयोगी प्रोग्राम के साथ जुड़कर या इंटरनेट द्वारा विभिन्न कम्प्यूटरों की मेमोरी में प्रवेश करता है। यह डाटा को मिटाने या उसे खराब करने या उसमें परिवर्तन करने का कार्य कर सकता है। यह हार्ड डिस्क के बूट सेक्टर में प्रवेश कर डिस्क की क्षमता को कम व गति को धीमा या प्रोग्राम को चलने से रोक सकता है।

वायरस जानबूझकर लिखा गया प्रोग्राम है जो कम्प्यूटर के डाटा को क्षतिग्रस्त करते हैं। वायरस स्वयं को कम्प्यूटर के बूट से जोड़ लेता है। कम्प्यूटर जितनी बार बूट करता है, वायरस उतना ही अधिक फैलता है। कई वायरस काफी समय पश्चात् भी डाटा व प्रोग्राम को नुकसान पहुंचा सकने में सक्षम है।

वायरस को मुख्यतः तीन भागों में बांटा जाता है-

(i) प्रोग्राम वायरस (Program Virus)
(ii) बूट वायरस (Boot Virus)
(iii) मल्टीपार्टाइट वायरस (Multipartite Virus)

प्रोग्राम वायरस प्रोग्राम फाइलों को प्रभावित करता है जिसका एक्सटेंश्न नाम .Com; .exe; .sys आदि होता है। बूट वायरस बूट रिकार्ड, फाइल एलोकेशन टेबल तथा पार्टीशन टेबल को प्रभावित करता है।

किसी प्रोग्राम से जुड़ा वायरस तब तक सक्रिय नहीं होता जब तक उस प्रोग्राम को चलाया न जाय या बूट रिकार्ड का प्रयोग न किया जाय। जब वायरस सक्रिय होता है तो वह कम्प्यूटर मेमोरी में स्वयं को स्थापित कर लेता है तथा फैलने लगता है। वायरस से संक्रमित फ्लापी या सीडी कम्प्यूटर को संक्रमित कर सकती है। इ-मेल, गेम तथा इंटरनेट फाइल भी वायरस को फैलाने में सहायक हैं।

संभावित वायरसों को खोजकर उन्हें नष्ट करने के लिए बनाए गए साफ्टवेयर प्रोग्राम एंटी वायरस प्रोग्राम (Anti Virus Program) कहलाते हैं। नार्टन (Nortan) तथा मैकेफी (Macafy) कुछ लोकप्रिय एंटी वायरस प्रोग्राम हैं। इसका आटो प्रोटेक्ट (Auto Protect) इस्तेमाल से पहले प्रोग्राम व इ-मेल की स्वयं जांच करता है तथा उसे वायरस से मुक्त करता है। यह किसी वायरस के सक्रिय होने पर आपको तत्काल सूचित भी करता है। कम्प्यूटर को वायरस से मुक्त रखने के लिए समय समय पर सिस्टम स्कैन द्वारा कम्प्यूटर मेमोरी की जांच की जानी चाहिए।

यह भी पढ़ें : कम्प्यूटर नेटवर्क (Computer Network)

FAQs

1. निम्नलिखित में में कौन सूचना प्रौद्योगिकी शब्दावली नहीं है-

(a) साइबर स्पेस
(b) अपलोड
(c) प्रकाशीय भंडारण
(d) मोडेम

Ans. (c)
व्याख्या :
साइबर स्पेस एक काल्पनिक संसार है जिसमें. विश्व के कम्प्यूटर को आपस में जोड़ा जाता है। किसी दूरस्थ कम्प्यूटर को सूचना भेजना अपलोड कहलाता है। किन्हीं दो कम्प्यूटरों को संचार माध्यम से जोड़ने के लिए मॉडेम का प्रयोग किया जाता है। प्रकाशीय भंडारण एक प्रकार की मेमोरी है और इसका सूचना प्रौद्योगिकी से कोई संबंध नहीं है।

2. विश्व व्यापी जाल WWW के आविष्कार तथा प्रवर्तक हैं-

(a) बिल गेट्स
(b) ली एन फियोंग
(c) एन रसल
(d) टिम बर्नर्स ली

Ans. (d)
व्याख्या :
वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) जिसका प्रयोग इंटरनेट में किया जाता है, का विकास टिम बर्नर्स ली ने 1989 में किया।

3. इंटरनेट पर WWW का अर्थ है-

(a) वर्डस वर्डस वर्डस
(b) वाइड वर्ल्ड वर्डस
(c) वर्ल्ड वाइड वेब
(d) हेन, हेयर हाई

Ans. (c)
व्याख्या:
इंटरनेट पर www का प्रयोग किया जाता है जिसका अर्थ है- World Wide Web। यह एक प्रकार का डाटा बेस है जिसकी सहायता से इंटरनेट पर सूचनाएं प्राप्त की जा सकती हैं।

4. याहू, गूगल व एमएसएन (MSN) हैं-

(a) इंटरनेट साइट
(b) कम्प्यूटर ब्रॉड
(c) स्विटजरलैंड में बनने वाली घड़ियां
(d) शनि ग्रह के छल्ले

Ans. (a)
व्याख्या:
याहू (Yahoo), गूगल (Google) तथा एमएसएन (MSN-Microsoft Network) इंटरनेट की साइटस हैं जो सर्च इंजन का काम करती हैं।

5. ऐसी युक्ति जो आंकड़े को आवेगों में परिवर्तित करती है तथा उन्हें टर्मिनल से कम्प्यूटर को और कम्प्यूटर से टर्मिनल को टेलीफोन लाइन पर संप्रेषित करती है, वह है-

(a) चुम्बकीय डिस्क
(b) माइक्रो कम्प्यूटर
(c) सीडी रोम
(d) मॉडेम

Ans. (d)
व्याख्या:
मॉडेम का प्रयोग कम्प्यूटर को नेटवर्क से जोड़ने के लिए किया जाता है। यह कम्प्यूटर द्वारा उत्पन्न डिजिटल आंकड़ों को एनालॉग संवेगों में परिवर्तित करती है तथा उन्हें टेलीफोन लाइन पर भेजती है।

6. इंटरनेट क्या है ?

(a) समुद्र में मछली पकड़ने का जाल
(b) बास्केट बाल की अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा
(c) रेल लाइनों में रेल के डिब्बे का हिसाब रखने वाली पद्धति
(d) कम्प्यूटर पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय सूचनाओं का तंत्र

Ans. (d)

व्याख्या : इंटरनेट दुनिया भर में फैले कम्प्यूटर का विशाल नेटवर्क है जो सूचना तंत्र का निर्माण करता है।

7. ई-व्यापार (E-Commerce) का अर्थ है-

(a) निर्यात व्यापार
(b) यूरोपीय देशों से व्यापार
(c) इंटरनेट पर व्यापार
(d) इनमें से कोई नहीं

Ans. (c)
व्याख्या :
इंटरनेट के माध्यम से वस्तुओं और सेवाओं का क्रय-विक्रय ई-व्यापार कहलाता है। सूचना प्रौद्योगिकी के विकास के कारण ऐसा संभव हो पाया है।

8. निम्नलिखित में से कौन सा सूचना प्रौद्योगिकी पारिभाषिक नहीं है-

(a) लॉगिन
(b) मॉडेम
(c) पासवर्ड
(d) पिनाका

Ans. (d)
व्याख्या :
लॉगिन (Login) कम्प्यूटर नेटवर्क में घुसने की प्रक्रिया है। मॉडेम कम्प्यूटर को नेटवर्क से जोड़ने वाला हार्डवेयर है। पासवर्ड का प्रयोग कम्प्यूटर नेटवर्क में सुरक्षा के लिए किया जाता है। पर पिनाका एक मल्टीबैरेल रॉकेट लांचर है जिसे डीआरडीओ (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है।

9. निम्नलिखित में से कौन कम्प्यूटर भाषा नहीं है-

(a) जावा
(b) सी++
(c) रॉम
(d) पास्कल

Ans. (c)
व्याख्या :
जावा, सी++ तथा पास्कल उच्च स्तरीय
कम्प्यूटर भाषा है जबकि रॉम (ROM) रीड ओन्ली मेमोरी है जिसका प्रयोग डाटा भंडारण के लिए किया जाता है।

10. कम्प्यूटर में मॉडेम (MODEM) का क्या कार्य है?

(a) तंत्र जो सूचनाओं को बाइपास करता है
(b) तंत्र जो सूचनाओं को डाटा केन्द्र तक पहुंचाता है
(c) तंत्र जो सूचनाओं को इलिमिनेट करता है
(d) इनमें से कोई नहीं

Ans. (d)
व्याख्या :
MODEM-Modulator-Demodulator का संक्षिप्त रूप है। यह कम्प्यूटर के डिजिटल संकेतों को एनालॉग संकेतों में बदलकर टेलीफोन लाइन पर प्रेषित करता है तथा लाइन पर आने वाले एनालॉग संकेतों को डिजिटल संकेतों में बदल कर कम्प्यूटर को देता है।

11. निम्नलिखित में से कौन वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का आविष्कारक माना जाता है-

(a) एडवर्ड केस्नर
(b) बिल गेट्स
(c) टिम बर्नर्स ली
(d) विनोद धाम

Ans. (c)
व्याख्या :
वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का विकास टिम बर्नर्स ली ने 1989 में किया था।

12. स्पाम (Spam) किस विषय से संबंधित है?

(a) कम्प्यूटर
(b) कला
(c) संगीत
(d) खेल

Ans. a
व्याख्या :
स्पाम (Spam) का संबंध कम्प्यूटर से है। इंटरनेट पर इ-मेल का प्रयोग कर अवांछित विज्ञापन को दूसरे कम्प्यूटर पर भेजना स्पाम कहलाता है। यह इ-मेल संदेश का अभेदकारी वितरण है।

13. कथन (A) : सूचना प्रौद्योगिकी भारत में बहुत तेजी से क्रिया कलाप का एक अति महत्त्वपूर्ण विषय क्षेत्र बनता जा रहा है।

कारण (R) : साफ्टवेयर देश के महत्त्वपूर्ण निर्यातों में से एक है और भारत का हार्डवेयर में बहुत सशक्त आधार है।

(a) A और R दोनों सही हैं तथा R, A का सही स्पष्टीकरण है।
(b) A और R दोनों सही हैं, किन्तु R, A का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(c) A सही है, लेकिन R गलत है।
(d) A गलत है, लेकिन R सही है।

Ans. (c)
व्याख्या:
सूचना प्रौद्योगिकी भारत में बहुत तेजी से विकसित हो रहा है। भारत साफ्टवेयर का निर्यात तो कर रहा है, पर भारत में हार्डवेयर का सशक्त आधार नहीं है तथा भारत हार्डवेयर का आयात करता है। अतः कारण R गलत है।

14. इनमें से कौन अंतरिक्ष शब्दावली नहीं है-

(a) टेली मीटरिंग
(b) भारहीनता
(c) सिसलुनर
(d) बाइट

Ans. (d)
व्याख्या :
बाइट (Byte) कम्प्यूटर से संबंधित शब्दावली है जिसका प्रयोग कम्प्यूटर मेमोरी की क्षमता मापने के लिए किया जाता है।

15. निम्न में से कौन कम्प्यूटर पद नहीं है-

(a) एनालॉग
(b) बाइनरी कोड
(c) चिप
(d) मॉडेम

Ans. (a)
व्याख्या :
बाइनरी कोड, चिप व मॉडेम का सीधा संबंध कम्प्यूटर से है। एनालॉग का प्रयोग कम्प्यूटर में किया जाता है, पर यह शब्द पूर्णतः कम्प्यूटर से जुड़ा नहीं है।

मेरा नाम सुनीत कुमार सिंह है। मैं कुशीनगर, उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ। मैं एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हूं।

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