झूलम-झूली : पाठ -10

माटी-माटी खेलें,
आओ, पानी-पानी खेलें;
धरती में बीजों को बोएँ,
खेल किसानी खेलें।


छप्पम – छुप्पी खेलें,
आओ, झूलम- झूली खेले;
चढ़ें पेड़ पर पकड़म-पकड़ी,
कूदम – कूदी खेलें।

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बातचीत के लिए

1. बच्चे क्या-क्या कर रहे हैं?
Ans.
बच्चे माटी-माटी, पानी-पानी, किसानी, छप्पम-छुप्पी, झूलम-झूली, पकड़म-पकड़ी और कूदम-कूदी जैसे खेल खेल रहे हैं।

2. आपको कौन-कौन से खेल पसंद हैं?
Ans.
मुझे छुपन-छुपाई, पकड़म-पकड़ी और झूला झूलना जैसे खेल बहुत पसंद हैं।

3. माटी-माटी खेल कैसे खेला जाता होगा?
Ans.
माटी-माटी खेल में बच्चे मिट्टी से घर, बर्तन या खिलौने बनाते होंगे और खेतों की तरह खेलते होंगे, जैसे मिट्टी खोदना, बीज बोना या पानी डालना।

शब्दों का खेल

1. शब्दों का दूसरा साथी खोजकर बताइए, लिखिए और पढ़कर सुनाइए –

छप्पम – छुप्पी
पकड़म – पकड़ी
झूलम – झूली
कूदम – कूदी

2. नीचे दि‍ए गए शब्दों के नाम सुनिए –
झूला
छप्पम
खेल
झंडा
खेत
छतरी
बताइए, इन नामों की पहली ध्वनि में क्या अंतर है?
Ans.
इन शब्दों की पहली ध्वनि पर ध्यान देने से हमें दो प्रकार की ध्वनियाँ मिलती हैं — कुछ शब्दों की पहली ध्वनि “मुलायम” (soft) होती है और कुछ की “तीव्र” (hard) या “बलपूर्वक” बोली जाती है। आइए एक-एक करके देखें:

शब्दपहली ध्वनि (अक्षर)ध्वनि का प्रकार
झूलामहाप्राण (तीव्र उच्चारण)
छप्पममहाप्राण (तीव्र उच्चारण)
खेलमहाप्राण (तीव्र उच्चारण)
झंडामहाप्राण (तीव्र उच्चारण)
खेतमहाप्राण (तीव्र उच्चारण)
छतरीमहाप्राण (तीव्र उच्चारण)

अंतर:
इन सभी शब्दों की पहली ध्वनि महाप्राण है, यानी इनका उच्चारण करते समय हवा ज़्यादा तेज़ी से निकलती है।
इनमें “झ”, “छ”, “ख” जैसी ध्वनियाँ आती हैं, जो उच्चारण में बल और फूँक से निकलती हैं।

निष्कर्ष:
इन सभी नामों की पहली ध्वनियाँ तीव्र/महाप्राण ध्वनियाँ हैं — यानी जिनका उच्चारण ज़ोर से और फूँक के साथ होता है।
यदि इनके विपरीत कोई “अल्पप्राण” (हल्की) ध्वनि होती जैसे – “ज”, “च”, “क” तो अंतर साफ़ होता।

3. नीचे दिए गए शब्दों को पढ़िए। अब इनमें ‘उ’ (   ु) या ‘ऊ’( ू) की मात्रा लगाकर नए शब्द बनाइए और लिखिए –

Ans. फूल , पूल, पुरी, सुराही

मेरा नाम सुनीत कुमार सिंह है। मैं कुशीनगर, उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ। मैं एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हूं।

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