गरमियों के दिन थे। सौरभ के चाचाजी ने अपने बगीचे के एक टोकरी आम भेजे। आम बहुत मीठे थे। सौरभ को आम बहुत अच्छे लगे। उसने सोचा- ऐसे ही आम मैं अपने बगीचे में लगाऊँगा।

उसने बगीचे में एक जगह थोड़ी मिट्टी खोदी। वहाँ आम की एक गुठली डाल दी। गुठली पर मिट्टी डालकर उसने थोड़ा पानी छिड़क दिया। वह प्रतिदिन सुबह वहाँ पानी डालता। कुछ दिन बीत गए। आम का पौधा नहीं निकला। उसने पानी डालना बंद कर दिया।

एक दिन हलकी-हलकी वर्षा हो रही थी। सौरभ घूमता हुआ बगीचे में उसी जगह पर जा पहुँचा। सामने ही लाल-लाल कोंपलों वाला नन्हा-सा पौधा लगा था। पौधा देखते ही सौरभ प्रसन्न हो उठा। “पौधा निकल आया, पौधा निकल आया,” कहते-कहते वह अंदर भागा। अपनी छोटी बहन प्रिया का हाथ पकड़कर उसे बगीचे में ले आया। पौधा देखकर प्रिया भी खुशी से उछल पड़ी।

सौरभ बोला, “यह पौधा मैंने लगाया है। यह आम का पौधा है। इसमें खूब मीठे आम लगेंगे।” दोनों भागे-भागे पिताजी के पास गए। पिताजी बोले, “क्या बात है? आज तुम दोनों बहुत प्रसन्न हो।” प्रिया बोली, “पिताजी, बगीचे में आम का पौधा निकल आया है।

अगले वर्ष हम अपने ही पौधे के आम खाएँगे।” उसकी बात सुनकर पिताजी हँसे। वे प्यार से बोले,”छोटे से पौधे को बड़ा होने में बहुत समय लगेगा। चार-पाँच वर्ष में यह एक बड़ा पेड़ बन जाएगा। इसका तना मोटा होगा। बड़ी-बड़ी शाखाएँ होंगी। तब इसमें आम लगेंगे।”

यह सुनकर प्रिया थोड़ी उदास हो गई। पर सौरभ तुरंत बोला, “कोई बात नहीं। हम पौधे की देखभाल करेंगे। एक दिन हम इसके फल अवश्य खाएँगे।”
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बातचीत के लिए

1. आपको कौन-सा फल बहुत अच्छा लगता है? वह फल आपको क्यों पसंद है?
Ans. मुझे आम बहुत अच्छा लगता है क्योंकि यह मीठा और रसीला होता है।
2. आपके घर या विद्यालय में कौन-से पेड़-पौधे लगे हैं? उनकी देखभाल कौन करता है?
Ans. हमारे घर/विद्यालय में नीम, आम और गुलाब के पौधे लगे हैं। उनकी देखभाल हम और माली अंकल करते हैं।
3. चित्र में कुछ आम धरती पर गिरे पड़े हैं। आम पेड़ से नीचे क्यों गिर गए होंगे?
Ans. आम पक जाने के कारण या हवा चलने से पेड़ से नीचे गिर गए होंगे।
4. चित्र में दिखाए गए बच्चे और व्यक्ति आमों का क्या करेंगे?
Ans. चित्र में बच्चे और बड़े लोग आम बटोर रहे हैं। वे आम खाएँगे और टोकरियों में भरकर घर ले जाएँगे।
सोचिए और लिखिए
1. सौरभ के चाचाजी ने सौरभ को किस मौसम में आम भेजे?
Ans. सौरभ के चाचाजी ने सौरभ को गरमी के मौसम में आम भेजे।
2. आम खाकर सौरभ के मन में क्या विचार आया?
Ans. उसने सोचा कि ऐसे ही आम वह अपने बगीचे में लगाएगा।
3. सौरभ ने पानी डालना क्यों बंद कर दिया? क्या उसे ऐसा करना चाहिए था?
Ans. क्योंकि कुछ दिन बाद भी पौधा नहीं निकला। नहीं, उसे धैर्य रखकर पानी डालते रहना चाहिए था।
4. सौरभ और उसकी बहन क्यों प्रसन्न थे?
Ans. क्योंकि बगीचे में आम का नन्हा पौधा निकल आया था।
5. पिताजी ने आम के पौधे के बारे में सौरभ और उसकी बहन को कौन-सी बात बताई?
Ans. पिताजी ने आम के पौधे के बारे में सौरभ और उसकी बहन को यह बात बताई कि छोटे पौधे को बड़ा पेड़ बनने और उसमें आम लगने में चार-पाँच वर्ष लगेंगे।
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