वार्षिक वर्षा (Annual Rainfall)
भारत में औसत वार्षिक वर्षा 112 से 125 सेमी. के मध्य होती है, लेकिन इसमें क्षेत्रीय विभिन्नताएँ पाई जाती हैं। यथा- अधिक वर्षा वाले क्षेत्र अधिक वर्षा पश्चिमी तट, …
भारत में औसत वार्षिक वर्षा 112 से 125 सेमी. के मध्य होती है, लेकिन इसमें क्षेत्रीय विभिन्नताएँ पाई जाती हैं। यथा- अधिक वर्षा वाले क्षेत्र अधिक वर्षा पश्चिमी तट, …
भारतीय परंपरा के अनुसार वर्ष को द्विमासिक छः ऋतुओं में बाँटा जाता है। उत्तरी और मध्य भारत में लोगों द्वारा अपनाए जाने वाले इस ऋतु …
मानसून की प्रवृत्ति को समझने के लिए उसकी महत्वपूर्ण विशेषताएँ तथा उसकी उत्पत्ति का संक्षिप्त वर्णन अनिवार्य है। यथा (a) भारतीय मानसून की उत्पत्ति (b) …
किसी देश विशेष के जलवायु का अनुशीलन करने के लिए वहाँ के तापमान, वर्षा, वायुदाब और पवनों की गति तथा दिशा का ज्ञान होना अपरिहार्य …
देश की अधिकांश झीलों (Lakes) की स्थिति उत्तर के पर्वतीय प्रदेश में ही सीमित है। समुद्र तटीय क्षेत्रों में भी कुछ महत्वपूर्ण झीलें स्थित हैं। …
भारतीय प्रायद्वीपीय अपवाह की कतिपय विशिष्टताएँ हैं। यह एक प्राचीन स्थिर भूखण्ड है, अतएव प्रायद्वीप की नदियाँ हिमालय की तुलना में अधिक पुरानी हैं।* यह …
अपवाह का अभिप्राय जल धाराओं तथा नदियों द्वारा जल के धरातलीय प्रवाह से है। अपवाह तंत्र (Drainage System) का सन्दर्भ सरिताओं की उत्पत्ति तथा उनके …
द्वीप, स्थलखण्ड के ऐसे भाग हैं जिनके चारों ओर जल का विस्तार पाया जाता है। यह महासागर, सागर, झील व नदी में हो सकता है। …
प्रायद्वीपीय पठारी भाग के पूर्व व पश्चिम में दो संकरे तटीय मैदान मिलते हैं जिन्हें क्रमशः पूर्वी तटीय एवं पश्चिमी तटीय मैदान कहा जाता है। …
हिमालय पर्वत तथा दक्षिणी प्रायद्वीपीय पठार के बीच सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र तथा प्रायद्वीपीय भारत से आने वाली उत्तर प्रवाही नदियों की निक्षेप क्रिया द्वारा निर्मित …