बैंगनी जोजो : पाठ -11

जोजो एक सफ़ेद कुत्ता था।
वह एक पेड़ के नीचे सो रहा था।
“घर्र! स्स्स्स ! घर्र! स्स्स्स!”

वह जग गया। “भौं भौं!
किसने दिए मुझे बैंगनी धब्बे?”

उसने देखा एक बादल को, आकाश में धीरे-धीरे चलते हुए।
“बादल, बादल, क्या तुमने दिए मुझे बैंगनी धब्बे?”
“नहीं,” बादल बोला। “मैं तो सफ़ेद हूँ।”
बादल हट गया।

जोजो ने ऊपर सूरज को देखा।
“सूरज, सूरज, क्या तुमने मुझे दिए बैंगनी धब्बे?”
“नहीं,” सूरज बोला।
“मैं तो पीला हूँ।”

“कौए, कौए, क्या तुमने दिए मुझे बैंगनी धब्बे?”
“नहीं,” कौआ बोला। “मैं तो काला हूँ।”

“गुब्बारे, गुब्बारे, क्या तुमने दिए मुझे बैंगनी धब्बे?”
“नहीं,” गुब्बारा बोला। “मैं तो लाल हूँ।”

“घास, घास, क्या तुमने दिए मुझे बैंगनी धब्बे?”
“नहीं,” घास बोली। “मैं तो हरी हूँ।”

बेचारा जोजो!
“ऊँ, ऊँ, ऊँ! किसने दिए मुझे बैंगनी धब्बे?”

टप! टप ! टप !
“आहा! तो वह जामुन का पेड़ था!”

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अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

Q1. जोजो कौन था?
Ans.
एक सफ़ेद कुत्ता।

Q2. जोजो कहाँ सो रहा था?
Ans.
पेड़ के नीचे।

Q3. जोजो को किस रंग के धब्बे मिले?
Ans.
बैंगनी धब्बे।

Q4. जोजो ने सबसे पहले किससे पूछा?
Ans.
बादल से।

Q5. बादल ने अपना रंग क्या बताया?
Ans.
सफ़ेद।

Q6. सूरज ने अपना रंग क्या बताया?
Ans.
पीला।

Q7. कौए ने अपना रंग क्या बताया?
Ans.
काला।

Q8. गुब्बारे ने अपना रंग क्या बताया?
Ans.
लाल।

Q9. घास ने अपना रंग क्या बताया?
Ans.
हरा।

Q10. जोजो को बैंगनी धब्बे किससे मिले थे?
Ans.
जामुन के पेड़ से।

मेरा नाम सुनीत कुमार सिंह है। मैं कुशीनगर, उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ। मैं एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हूं।

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