खनिज तत्व (Mineral Elements)
जीव-शरीर में अल्प मात्रा में कई प्रकार के खनिज तत्वों की आवश्यकता होती है। इन्हें भोजन से प्राप्त किया जाता है। इन तत्वों को दो …
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जीव-शरीर में अल्प मात्रा में कई प्रकार के खनिज तत्वों की आवश्यकता होती है। इन्हें भोजन से प्राप्त किया जाता है। इन तत्वों को दो …
विटामिन बहुत ही सूक्ष्म मात्रा (मिलिग्रामों या माइक्रोग्रामों) में जन्तु-शरीर के सामान्य मेटाबोलिज्म के लिए अत्यावश्यक होती है। यद्यपि ये उर्जा प्रदान नहीं करते, लेकिन …
जीव कोशिकाओं (Cell) में उपस्थित विलेयों (solutes) के अणुओं में प्रोटीन्स के अणु संख्या में ही नहीं, वरन् संरचनात्मक तथा कार्यात्मक विविधता में भी सबसे …
जीव-शरीर को “जीवित दशा” में रखने के लिए इसकी कोशाओं में निरन्तर उपापचय (metabolism) होता रहता है। ( उपापचय में निरन्तर प्रयुक्त वाले पदार्थ या …
नियमित दशा (Steady State) ज्ञातव्य है कि, मानव शरीर विविध प्रकार के ऊतकों, अंगों तथा अंग-तन्त्रों में व्यवस्थित लगभग 200 प्रकार की खरबों कोशिकाओं का बना होता …
इसकी उत्पत्ति भ्रूण के मीसोडर्म (mesoderm) से होती है। शरीर में ये ऊतक सबसे अधिक (लगभग 30%) होते हैं। ये सभी अंगों के मध्य पाए …
मानव शरीर औसतन 1014 कोशिकाओं का बना होता है जो श्रम-विभाजन (Division of Labour) के कारण रचना और कार्यिकी में लगभग 200 प्रमुख प्रकार की कोशिकाओं में विभेदित होती …
जैसा कि सर्वविदित है, विभिन्न रासायनिक तत्वों के परमाणुओं (atoms) से जीव पदार्थ के विभिन्न अणु (molecules) बनते हैं, फिर विभिन्न जैविक अणुओं के संघठन …
कीट वर्ग (Class Insecta)- जन्तु-जगत् का सबसे बड़ा वर्ग है।* लगभग 15 लाख ज्ञात जन्तु-जातियों में से लगभग 10 लाख कीटों की ही हैं। अतः …
संघ कार्डेटा की स्थापना बैल्फोर (Balfour) ने किया था। इस संघ के प्राणी जल, थल तथा वायु तीनों में रहते हैं। इनके तीन मूलभूत एवं …