पौधों में पोषण की विशेष विधियाँ
जन्तुओं की भाँति पौधों को भी भोजन की आवश्यकता होती है। हरी पत्तियों वाले पौधे अपने भोजन स्वयं बनाते हैं। कुछ पौधे ऐसे होते हैं …
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जन्तुओं की भाँति पौधों को भी भोजन की आवश्यकता होती है। हरी पत्तियों वाले पौधे अपने भोजन स्वयं बनाते हैं। कुछ पौधे ऐसे होते हैं …
“हरे पौधों की कोशिकाओं में सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में कार्बन डाई आक्साइड (CO₂) एवं जल (H₂O) के संयोग से कार्बन युक्त यौगिकों (कार्बोहाइड्रेट्स …
विसरण (Diffusion) “गैसों, द्रवों तथा विलेयों (solutes) आदि पदार्थों के स्वतन्त्र अणुओं का अधिक सान्द्रता (concentration) वाले क्षेत्र से कम सान्द्रता वाले क्षेत्र की ओर …
पादप शरीर-क्रिया विज्ञान वनस्पति-विज्ञान की वह शाखा है जिसमें पौधों की विभिन्न जैविक-क्रियाओं (vital activities) का अध्ययन किया जाता है। जैविक-क्रियाएँ (vital activities) क्या हैं? …
पौधों के जनन अंग (Reproductive Organs of plant) पादप भ्रूण विज्ञान का सम्बन्ध पौधे के लैंगिक-चक्र (sexual cycle) से है। आवृतबीजी (Angiospermae) पौधों में पुष्प …
आवृतबीजियों की आकारिकी आकारिकी (Morphology) का सम्बन्ध शारीरिक आकार के अध्ययन से हैं। पौधों के विभिन्न अंगों जैसे, जड़ों, तनों, पत्तियों, पुष्पों, फलों व बीजों …
उपजगत-एम्ब्रियोफाइटा इन पौधों में लैंगिक अंग बहुकोशिकीय होते हैं और एक बन्ध्य आवरण से घिरे रहते हैं। इनका बहुकोशिकीय भ्रूण मादा जनन अंग में विकसित …
कवक (Fungi) वनस्पति विज्ञान की वह शाखा जिसके अन्तर्गत कवकों का अध्ययन करते हैं, कवक विज्ञान (Mycology) कहलाती है (नयी विचारधारा के अनुसार कवक-विज्ञान को …
जीवाणु जीवाणुओं का पता सर्वप्रथम एण्टोनी वॉन ल्यूवेनहॉक (1683) ने लगाया था। * एरनबर्ग (1829) ने इन्हें जीवाणु (bacteria) नाम दिया। फ्रांस के वैज्ञानिक लुई …
पादप जगत का संक्षिप्त विवरण ➤ पौधों का वर्गीकरण संसार में लगभग 5.0 लाख विभिन्न प्रकार के पादपों की खोज की जा चुकी है। ये पौधे संरचना, …