दीवानों की हस्ती : अध्याय 3

दीवानों की हस्ती

हम दीवानों की क्या हस्ती,हैं आज यहाँ, कल वहाँ चले,मस्ती का आलम साथ चला,हम धूल उड़ाते जहाँ चले। आए बनकर उल्लास अभी,आँसू बनकर बह चले …

Read more

लाख की चूड़ियां : अध्याय 1

लाख की चूड़ियां

सारे गाँव में बदलू मुझे सबसे अच्छा आदमी लगता था क्योंकि वह मुझे सुंदर-सुंदर लाख की गोलियाँ बनाकर देता था। मुझे अपने मामा के गाँव …

Read more