किसान: पाठ -15

नहीं हुआ है अभी सवेरा,
पूरब की लाली पहचान,
चिड़ियों के जगने से पहले,
खाट छोड़ उठ गया किसान।

खिला-पिलाकर बैलों को ले,
करने चला खेत पर काम,
नहीं कभी त्योहार न छुट्टी,
उसको नहीं कभी आराम।

गरम-गरम लू चलती सन-सन,
धरती जलती तवे समान,
तब भी करता काम खेत पर,
बिना किए आराम किसान।

बादल गरज रहे गड़-गड़-गड़,
बिजली चमक रही चम-चम,
मूसलाधार बरसता पानी,
ज़रा न रुकता लेता दम।

हाथ-पाँव ठिठुरे जाते हैं,
घर से बाहर निकले कौन,
फिर भी आग जला, खेतों की,
रखवाली करता वह मौन।

है किसान को चैन कहाँ,
वह करता रहता हरदम काम,
सोचा नहीं कभी भी उसने,
घर पर रह करना आराम।

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बातचीत के लिए

1. क्या आपके परिवार में कोई किसान है? वे दिन में क्या-क्या काम करते हैं?
Ans.
हाँ, मेरे चाचा जी किसान हैं।
चाचा जी खेत जोतते हैं, बीज बोते हैं, पानी लगाते हैं, फसल की रखवाली करते हैं और फसल काटते हैं।

2. क्या आप कभी खेत में गए हैं? वहाँ क्या-क्या दिखाई देता है?
Ans.
हाँ, खेत में फसल, बैल, हल, कुआँ/ट्यूबवेल, हरे-भरे पौधे, पंछी और कभी-कभी बिजूका दिखाई देते हैं।

3. आपको कौन-सा काम करना सबसे अच्छा लगता है?
Ans.
मुझे पेड़-पौधों को पानी देना, किताब पढ़ना, खेलना आदि सबसे अच्छा लगता है।

4. लू चलने का पता आपको कैसे लगता है?
Ans.
जब तेज़ और गरम हवा चलती है, शरीर पसीने से भर जाता है और बाहर निकलना मुश्किल लगता है, तब पता चलता है कि लू चल रही है।

5. चिड़ियों को भगाने के लिए खेत में क्या लगाया जाता है? अपनी भाषा में उसका नाम बताइए?
Ans.
खेत में बिजूका लगाया जाता है। (इसे कभी-कभी लोग “कौआ भगाने वाला पुतला” भी कहते हैं।)

6. आपको किसान की सबसे अच्छी बात क्या लगती है?
Ans.
मुझे किसान की सबसे अच्छी बात यह लगती है कि वह हर परिस्थिति में मेहनत करता है और सबके लिए अन्न उगाता है। वह कभी हार नहीं मानता।

मेरा नाम सुनीत कुमार सिंह है। मैं कुशीनगर, उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ। मैं एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हूं।

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