मित्र को पत्र : पाठ -7

प्रिय मित्र अभिषेक,

नमस्ते !

आशा है कि तुम और परिवार में सभी सकुशल होंगे और गरमी की छुट्टियों का आनंद ले रहे होंगे।

मैं अपनी छुट्टियाँ मनाने अपने नाना-नानी के घर गुवाहाटी आया हुआ हूँ। गुवाहाटी भारत के पूर्वोत्तर प्रदेशों का प्रवेश-द्वार है। यह एक बहुत सुंदर और विशाल महानगर है जो ब्रह्मपुत्र नदी के तट तट पर स्थित है।

तुम्हें यह जानकर आश्चर्य होगा कि ब्रह्मपुत्र इतनी विशाल नदी है कि इसमें माजुली नाम का एक बहुत बड़ा द्वीप भी है। यह नदी में स्थित भारत का सबसे बड़ा द्वीप है।

माजुली में असम के विश्वप्रसिद्ध वैष्णव मठ ‘सत्र’ में हमने सत्रिया नृत्य देखा। यह भारत के शास्त्रीय नृत्यों में से एक है।

गुवाहाटी नगर के समीप नीलांचल पर्वत पर कामाख्या देवी का मंदिर स्थित है। यहाँ पूरे भारत से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। हम लोग पिछले गुरुवार को वहाँ दर्शन करने गए थे। हम उमानंद मंदिर भी गए थे। यहाँ पहुँचने के लिए नाव से जाना पड़ता है और थोड़ा पैदल भी चलना पड़ता है।

पैदल चलते हुए नानी ने मुझे बताया कि स्वस्थ रहने के लिए खेलना बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन रहता है। इसलिए पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद भी बहुत आवश्यक है। मैंने नानी को तुरंत बताया कि मैं तो अपने मित्रों के साथ बहुत सारे खेल खेलता हूँ। हम लोग कितने आनंद से खो-खो, पिठू, क्रिकेट और फुटबॉल खेलते हैं। खेल की बात सोचते ही मुझे तुम्हारी याद आने लगी।

मैं तुम्हें यहाँ के बहुत सारे अनुभव सुनाना चाहता हूँ। जल्द ही लौटूंगा। शेष शुभ है। बड़ों को प्रणाम।

तुम्हारा मित्र
रूपम

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बातचीत के लिए

1. रूपम ने किसे पत्र लिखा और उसमें क्या लिखा है?
Ans.
रूपम ने अपने मित्र अभिषेक को पत्र लिखा है। उसमें उसने गुवाहाटी जाकर गरमी की छुट्टियों में देखी और सीखी हुई बातें लिखी हैं— जैसे ब्रह्मपुत्र नदी, माजुली द्वीप, सत्रिया नृत्य, कामाख्या मंदिर, उमानंद मंदिर और अपनी खेलों की यादें।

2. पत्र के अनुसार रूपम अपनी गरमी की छुट्टियाँ बिताने कहाँ गया हुआ है?
Ans.
रूपम अपनी गरमी की छुट्टियाँ अपने नाना-नानी के घर गुवाहाटी में बिता रहा है।

3. आप अपनी गरमी की छुट्टियाँ बिताने कहाँ गए थे? बताइए।
Ans.
“मैं अपनी गरमी की छुट्टियाँ गाँव में अपने दादा-दादी के पास बिताने गया था। वहाँ मैंने तालाब में नहाया, खेतों में खेला और आम तोड़े।”

4. शारीरिक श्रम के बारे में रूपम की नानीजी ने उसे क्या सलाह दी?
Ans.
रूपम की नानीजी ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए खेलना बहुत आवश्यक है, क्योंकि “स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन रहता है।”

सोचिए और लिखिए

1. इस पत्र से गुवाहाटी नगर के बारे में आपको क्या-क्या जानकारी मिली?
Ans.
गुवाहाटी भारत के पूर्वोत्तर प्रदेशों का प्रवेश-द्वार है। यह ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर बसा हुआ है। ब्रह्मपुत्र नदी में माजुली नामक भारत का सबसे बड़ा नदी-द्वीप है। गुवाहाटी में कामाख्या देवी का मंदिर और उमानंद मंदिर प्रसिद्ध हैं।

2. शारीरिक श्रम करना क्यों आवश्यक है? क्या आप प्रतिदिन कोई शारीरिक श्रम करते हैं?
Ans.
शारीरिक श्रम करना इसलिए आवश्यक है क्योंकि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन रहता है। इससे शरीर मजबूत होता है और मन प्रसन्न रहता है।
हाँ, मैं प्रतिदिन (खेल-कूद / दौड़ / साइकिल चलाना / योग करना) जैसे कार्य करता हूँ।

3. पत्र के अनुसार रूपम और अभिषेक कौन-कौन से खेल खेलते हैं?
Ans.
पत्र के अनुसार रूपम और अभिषेक खो-खो, पिठ्ठू, क्रिकेट और फुटबॉल खेलते हैं।

4. आपको कौन-कौन से खेल खेलना पसंद हैं? सूची बनाइए और लिखिए।
Ans.
मुझे निम्नलिखित खेल खेलना पसंद है –
कबड्डी
बैडमिंटन
क्रिकेट
फुटबॉल
लुका-छिपी

मेरा नाम सुनीत कुमार सिंह है। मैं कुशीनगर, उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ। मैं एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हूं।

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