शेर मतवाली चाल से चला जा रहा था।

अचानक उसे एक हल्की-सी चीख सुनाई दी। एक चूहे की पूँछ उसके पंजे के नीचे आ गई थी।

शेर ने अपना पैर हटाया, चूहा फुदककर झाड़ियों में चला गया। एक दिन शिकारी ने शिकार पकड़ने के लिए जाल बिछाया। उस जाल में शेर फँस गया। वह ज़ोर-ज़ोर से दहाड़ने लगा। जंगल में रहने वाले हाथी, भालू, हिरण, खरगोश, लोमड़ी,बंदर और अजगर समेत सभी पशु-पक्षियों ने दहाड़ सुनी पर कोई भी शेर की सहायता को नहीं आया।

हाँ, चूहा ज़रूर भागा-भागा वहाँ आया। वह अपने पैने दाँतों से जल्दी-जल्दी जाल कुतरने लगा। कुछ ही पल में सारा जाल कट गया और शेर आज़ाद हो गया।

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बातचीत के लिए
1. क्या आप एक-दूसरे की सहायता करते हैं? कैसे?
Ans. हाँ, हम एक-दूसरे की सहायता करते हैं। जैसे — पढ़ाई में मदद करना, सामान उठाने में मदद करना, किसी दोस्त को चोट लगे तो उसकी देखभाल करना।
2. शेर के दाँत भी तो पैने होते हैं तो फिर उसने खुद ही जाल क्यों नहीं कुतर डाला?
Ans. क्योंकि शेर के दाँत बड़े और ताक़तवर होते हैं, पर वे माँस फाड़ने के लिए बने हैं। बारीक रस्सियाँ काटने में वे काम नहीं आते। चूहे के छोटे–छोटे पैने दाँत रस्सी को आसानी से कुतर सकते हैं।
शब्दों का खेल
1. याद कीजिए कि कहानी में किसने क्या किया और नीचे दिए गए वाक्यों को पूरा कीजिए –
शेर मतवाली चाल से चला जा रहा था।
शेर ने अपना पैर हटाया।
शिकारी ने शिकार पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
चूहा भागा-भागा वहाँ आया।
अतिलघु प्रश्नोत्तर
1. शेर की चाल कैसी थी?
Ans. मतवाली।
2. शेर के पंजे के नीचे क्या आ गया था?
Ans. चूहे की पूँछ।
3. शेर किसमें फँस गया?
Ans. शिकारी के जाल में।
4. शेर को जाल से किसने छुड़ाया?
Ans. चूहे ने।
5. चूहे ने जाल कैसे काटा?
Ans. अपने पैने दाँतों से।