किसान: पाठ -15
नहीं हुआ है अभी सवेरा,पूरब की लाली पहचान,चिड़ियों के जगने से पहले,खाट छोड़ उठ गया किसान। खिला-पिलाकर बैलों को ले,करने चला खेत पर काम,नहीं कभी …
नहीं हुआ है अभी सवेरा,पूरब की लाली पहचान,चिड़ियों के जगने से पहले,खाट छोड़ उठ गया किसान। खिला-पिलाकर बैलों को ले,करने चला खेत पर काम,नहीं कभी …