दोहे : अध्याय 7 June 15, 2024 by SUNIT रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय ।टूटे से फिर ना मिले, मिले गाँठ परि जाय ।। रहिमन निज मन की बिथा, मन ही राखो …Read more