सूरदास के पद : अध्याय 11

सूरदास के पद

मैया, कबहिं बढ़ेगी चोटी ?किती बार मोहिं दूध पियत भई, यह अजहूँ है छोटी।तू जो कहति बल की बेनी ज्यों, है है लाँबी-मोटी ।‘काढ़त-गुहत न्हवावत …

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