तापीय विद्युत (Thermal Electricity)

तापीय विद्युत का उत्पादन कोयला, डीजल तथा प्राकृतिक गैस का उपयोग करके किया जाता है। अर्थात इस बिजली का उत्पादन इन ईंधनों की उपलब्धि पर निर्भर करता है। इस समय यह भारत में ऊर्जा का प्रमुख स्त्रोत है। देश में ताप विद्युत की स्थापित क्षमता 31 जनवरी, 2021 के अन्त तक 231871 (61.5%) मेगावाट है।

• ताप बिजली को प्रोत्साहन देने के लिए 7 नवम्बर, 1975 को राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (National Thermal Power Corporation-NTPC) नई दिल्ली की स्थापना की गई जिसके बाद ताप बिजली की भागीदारी बड़ी तीव्र गति से बढ़ी। इसमें वर्तमान में भारत सरकार का हिस्सा 89.5% है। NTPC कोयले पर आधारित 19 ताप विद्युत योजनाओं और 7 गैस/डीजल आदि चालित बिजली द्वारों का संचालन कर रहा है। इस कम्पनी ने वर्ष 2032 तक 1,28,000 मेगावॉट की विद्युत क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। इस क्षमता में विविध मिश्रित ईंधन होंगे। जिसमें 56% कोयला, 16% गैस, 11% परमाणु ऊर्जा और हाइड्रो सहित 17% नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत होंगे। वर्ष 2032 तक गैर जीवाश्म ईंधन आधारित उत्पादन क्षमता NTPC की पोर्टफोलियो का लगभग 30% होगी। वर्तमान में NTPC की कुल संस्थापित क्षमता 50750 मेगावाट है। ध्यातव्य है, कि वर्तमान में NTPC देश की सबसे बड़ी तापीय उत्पादक कम्पनी है।

देश के शीर्ष पाँच ताप विद्युत उत्पादक राज्य
स्थान
शीर्ष राज्य
• प्रथम
महाराष्ट्र
• द्वितीय
गुजरात
• तृतीय
उत्तर प्रदेश
• चतुर्थ
मध्य प्रदेश
• पंचम
आंध्र प्रदेश

• ज्ञातव्य है कि हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, केरल, गोवा और सिक्किम में ताप विद्युत का अभाव है।*

• भारत के प्रमुख ताप विद्युत केन्द्र निम्नलिखित हैं-

1. हरियाणा- फरीदाबाद, पानीपत।

2. पंजाब- भटिण्डा।

3. दिल्ली- बदरपुर, राजघाट, इन्द्रप्रस्थ।

4. राजस्थान- कोटा, अन्ता, सूरतगढ़।

5. उत्तर प्रदेश- ओबरा (1971), पारीछा, ऊँचाहार, हरदुआगंज, रिहंद, पनकी, कानपुर, सिंगरौली, औरैया*।

6. गुजरात- उकाई, गाँधीनगर, उतारन, साबरमती, अहमदाबाद, वनकबोरी, धुवरण, कावस, झनोर।

7. मध्य प्रदेश – सतपुड़ा, अमरकण्टक, गदरवारा एवं पेंच (NTPC एवं राज्य )

8. महाराष्ट्र- कोराडि, नासिक, खाप्रखेड़ा, प्रस, भुसावल, पारली, उड़ान, बल्लारशाह, चन्द्रपुर, चोला, ट्राम्बे, डाभाल।

9. आन्ध्र प्रदेश- कोथागुदम, रामागुण्डम, विजयवाड़ा, नैल्लोर। 10. तमिलनाडु – एन्नौर, तूतीकोरिन, नेवेली* ।

11. बिहार एवं झारखण्ड- पतरातू (झारखण्ड), बरौनी, DVC (चन्द्रपुरा, बोकारो)।

12. ओडिशा- तलचर, तलचर कनिहा।

13. पश्चिम बंगाल – बुन्देल, गौरीपुर, कोलकाता, टीटागढ़, दुर्गापुर, सन्तलडिह।

14. केरल- कायाकुलम ।

15. असोम- नामरूप, बोंगाई गाँव, चन्द्रपुर।

16. छत्तीसगढ़- कोरबा, लारा (NTPC+राज्य सरकार)

17. त्रिपुरा- पालाटाना (ONGC)*

18. तेलंगाना- कोठागुदम

अल्ट्रा मेगा विद्युत परियोजना (UMPP)

विद्युत मंत्रालय और भारत सरकार ने केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण और बिजली वित्त निगम के साथ मिलकर भारत में कोयला आधारित बड़ी विद्युत परियोजनाओं की दिशा में पहल की है। उनमें से प्रत्येक की क्षमता लगभग 4000 मेगावाट या इससे अधिक की है, इसे ही ‘अल्ट्रा मेगा विद्युत परियोजना’ कहते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य उपभोक्ताओं को न्यूनतम लागत पर विद्युत उपलब्ध कराना है। यह परियोजना उच्च स्तरीय ईंधन क्षमता प्राप्त करने के लिए सुपर क्रिटीकल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करेगी जिससे ईंधन की बचत एवं ग्रीन हाउस गैसों के उर्सजन में कमी आएगी। केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण ने वर्तमान में 08 राज्यों के 12 स्थानों की पहचान की है। केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) ने राज्यों से परामर्श करके UMPP के लिए जिन 12 स्थानों का चयन किया है, वे इस प्रकार हैं यथा-

तटीयपरियोजना
राज्य
यथास्थिति
क्षमता
1. मुंद्रा
गुजरात
टाटा पावर लि. द्वारा चालित
4000
2. कृष्णा पट्टनम
आन्ध्र प्रदेश
रियालंस पावर लि. द्वारा चालित
3960
3. तादरी
कर्नाटक
प्रारम्भिक चरण में
4000
4. चैय्यूर
तमिलनाडु
प्रारम्भिक चरण में
4000
5. गिरे
महाराष्ट्र
प्रारम्भिक चरण में
4000
6. सासन
मध्यप्रदेश
रियालंस पाव लि. द्वारा चालित
3960
7. झासर गुड़
ओडिशा
राज्य सरकार द्वारा भूमि आवंटित
4000
8. अकलतारा
छत्तीसगढ़
प्रारम्भिक चरण में
4000
9. सालका खमेरिया
छत्तीसगढ़
4000
10. मरक्कनम
तमिलनाडु
11. इव वैली
ओडिशा
12. न्यूनीपल्ली
आन्ध्र प्रदेश
4000

• N.T.P.C. की कोयले पर आधारित प्रमुख ताप विद्युत परियोजनाएं अधोलिखित हैं। यथा

परियोजनाएँ
प्रदेश
• सिंगरौली
उ.प्र. (सोनभद्र)
• रिहन्द
उ.प्र. (सोनभद्र)
• दादरी*
उ.प्र. (गौतमबुद्ध नगर)
• टांडा
उ.प्र. (अम्बेडकर नगर)
• ऊँचाहार
उ.प्र. (रायबरेली)
• कोरबा *
छत्तीसगढ़
• रामागुंडम*
आन्ध्र प्रदेश (करीमनगर)
• सिम्हाद्रि
आन्ध्र प्रदेश (विशाखापत्तनम)
• फरक्का
पं. बंगाल (मुर्शिदाबाद
• विन्ध्याचल
म.प्र
• कहलगाँव *
बिहार (भागलपुर)
• तलचर
ओडिशा (अंगुल)
• बदरपुर
दिल्ली

(ONGC) की पहली विद्युत परियोजना

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जून, 2013 को त्रिपुरा स्थित पालाटाना में तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम लिमि. (ONGC) को 726.6 मेगावाट की गैस आधारित विशाल विद्युत परियोजना की पहली इकाई को राष्ट्र को समर्पित किया। ओएनजीसी-त्रिपुरा पॉवर कंपनी लिमि. (OTPC) की यह संयुक्त चक्रीय गैस टर्बाइन (Combined Cycle Gas Turbine- CCGT) ताप विद्युत संयंत्र या परियोजना न केवल पूर्वोत्तर क्षेत्र में सबसे बड़े निवेश में योगदान दिया है अपितु यह UNFCCC (United Nations Framework Convention on Climate Change) की स्वच्छ विकास प्रणाली के तहत पंजीकृत विश्व की सबसे बड़ी परियोजना भी है। इससे भारत को लाखों कार्बन क्रेडिट हासिल होंगे। इस विद्युत कंपनी में ओएनजीसी की 50% इन्फ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विस (IL & FS) की 26%, त्रिपुरा राज्य सरकार की 0.5% इक्विटी है। इस परियोजना में असोम की विद्युत हिस्सेदारी 240 मेगावाट, त्रिपुरा की 196 मेगावाट, मेघालय की 79 मेगावाट, मणिपुर की 42 मेगावाट, नगालैंड की 27 मेगावाट, मिजोरम की 22 मेगावाट और अरुणाचल प्रदेश की 22 मेगावाट है।

भारतीय बिजली ग्रिड निगम लि. (PGCIL)

देश में सुव्यवस्थित तरीके से बिजली पारेषण के लिए PGCIL की स्थापना 23 अक्टूबर, 1989 को किया गया। इसका मुख्यालय गुड़गाँव (हरियाणा) में है। इसके अधीन देश को 5 क्षेत्रों में विभक्त किया गया है। यथा-

(i) उत्तरी क्षेत्र (NR)
(ii) पूर्वी क्षेत्र (ER)
(iii) पश्चिमी क्षेत्र (WR)
(iv) दक्षिणी क्षेत्र (SR)
(v) उत्तर-पूर्व क्षेत्र (NER)

यह भी पढ़ें : जल विद्युत (Hydro-electricity)

FAQs

Q1. देश में कुल विद्युत उत्पादन संस्थापित क्षमता का कितना प्रतिशत कोयला आधारित है?
Ans.
 53.1%

Q2. गैस आधारित विद्युत स्टेशनों को किस वैकल्पिक ईंधनों के प्रयोग के लिए प्रावधान है?
Ans.
नाफथा तथा एच.एस.डी.

Q3. नवीकरणीय विद्युत स्रोत देश में ऊर्जा की कुल संस्थापित क्षमता का कितना प्रतिशत है?
Ans.
 24.5% (जनवरी, 2021 तक)

Q4. केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान स्थित है-
Ans.
बंगलुरु (1960)

Q5. राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान कहाँ अवस्थित है?
Ans.
फरीदाबाद (1980)

Q6. ऊर्जा प्रबन्ध केन्द्र की स्थापना कब की गई थी?
Ans.
 1989 (नई दिल्ली)

Q7. भारत में परमाणु ऊर्जा आयोग की स्थापना कब की गई थी?
Ans.
 1948

Q8. देश में परमाणु ऊर्जा विभाग की स्थापना की गई थी?
Ans
.1954 में

Q9. रत्नागिरि गैस एण्ड पावर प्राइवेट लिमिटेड (RGPPL) किसका संयुक्त उपक्रम है?
Ans.
गेल और NTPC का

Q10. झारखण्ड में स्थित वह कौन-सा स्थान है, जहां स्थापित होने वाले 3960 मेगावॉट के अल्ट्रा मेगावॉट बिजली संयत्र को लगाने वाली कंपनी रिलायंस पावर ने जमीन अधिग्रहण में देरी के चलते 28 अप्रैल, 2015 को रद्द करने की घोषणा की थी?
Ans.
तिलैया (हजारीबाग)

Q11. वह राज्य जो तापीय विद्युत उत्पादन में देश में प्रथम स्थान पर है?
Ans.
महाराष्ट्र

Q12. राजस्थान का वह सीमावर्ती जिला जहाँ फोकस एनर्जी द्वारा खोदे गए कुंए में गैस के विशाल भण्डार मिले थे (फरवरी, 2011)?
Ans.
जैसलमेर जिले के शाहगढ़ बल्ज क्षेत्र में

Q13. राजीव गाँधी पेट्रोलियम तकनीकी संस्थान की आधारशिला 19 फरवरी,2011 को कहाँ रखी गई?
Ans.
शिवसागर (असोम)

Q14. 31 दिसम्बर, 2010 को भारत ने अपने किस परमाणु अनुसंधान रिएक्टर को बन्द कर दिया?
Ans.
मुम्बई के ट्राम्बे स्थित ‘साइरस’ रिएक्टर को

Q15. भारत का प्रथम निजी थर्मल पावर प्लांट किसने, कहाँ और कब स्थापित किया गया?
Ans.
 ओ.पी. जिंदल सुपर थर्मल पावर प्लांट (रायगढ़; 2008 में; क्षमता 1000 मेगावाट)

Q16. भारत का प्रथम ऊर्जा एक्सचेंज कब, कहाँ और कौन-सा स्थापित किया गया है?
Ans.
‘भारतीय ऊर्जा एक्सचेंज’ (IEX); 16 जुलाई, 2008 को मुनिरका; नई दिल्ली में।

Q17. इन्दिरा गाँधी सुपर थर्मल बिजली परियोजना 31 अक्टूबर, 2010 को पूर्ण क्षमता के साथ कहाँ चालू कर दिया गया है?
Ans.
झज्जर (हरियाणा में NTPC द्वारा) में

Q18. वह स्थान जहाँ मार्च, 2011 में भारत की सबसे बड़ी नेप्या क्रैकर परियोजना राष्ट्र को समर्पित की गई?
Ans.
पानीपत (हरियाणा)। ध्यातव्य है कि इस परियोजना के लिए नेप्या इण्डियन ऑयल की गुजरात, पानीपत तथा मथुरा शोधनशालाओं से जुटाया जायेगा। कारण स्वरूप इण्डियन ऑयल कम्पनी शुद्ध पेट्रोलियम कम्पनी से ऊर्जा उत्पादक कम्पनी भी बन गई।

मेरा नाम सुनीत कुमार सिंह है। मैं कुशीनगर, उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ। मैं एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हूं।

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