चाँद से थोड़ी-सी गप्पें : अध्याय 4

चाँद से थोड़ी-सी गप्पें

(दस ग्यारह साल की एक लड़की) गोल हैं खूब मगरआप तिरछे नज़र आते हैं जरा।आप पहने हुए हैं कुल आकाशतारों-जड़ा;सिर्फ़ मुँह खोले हुए है अपनागोरा-चिट्टागोल-मटोल, …

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नादान दोस्त : अध्याय 3

नादान दोस्त

केशव के घर कार्निस के ऊपर एक चिड़िया ने अंडे दिए थे। केशव व और उसकी बहन श्यामा दोनों बड़े ध्यान से चिड़िया को वहाँ …

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बचपन : अध्याय 2

बचपन

मैं तुम्हें अपने बचपन की ओर ले जाऊँगी। मैं तुमसे कुछ इतनी बड़ी हूँ कि तुम्हारी दादी भी हो सकती हूँ, तुम्हारी नानी भी। बड़ी …

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वह चिड़िया जो : अध्याय 1

the bird that

वह चिड़िया जो-चोंच मारकरदूध-भरे जुडी के दानेरुचि से, रस से खा लेती हैवह छोटी संतोषी चिड़ियानीले पंखोंवाली मैं हूँमुझे अन्न से बहुत प्यार है। वह …

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